इतना प्यार न करो हमसे
कि ये दिल धड़कने लगा है,
दूर रहना दुशवार हो गया
पास आने को तड़पने लगा है,
दिल की बात समझता नहीं
ज़माना दुश्मन लगने लगा है,
जबसे हुई है तुमसे मोहब्बत
दिल खुद से बातें करने लगा है,
इंतजार करना हुआ मुश्किल
वक़्त कुछ धीरे चलने लगा है .
दीपअमित गुप्ता
कि ये दिल धड़कने लगा है,
दूर रहना दुशवार हो गया
पास आने को तड़पने लगा है,
दिल की बात समझता नहीं
ज़माना दुश्मन लगने लगा है,
जबसे हुई है तुमसे मोहब्बत
दिल खुद से बातें करने लगा है,
इंतजार करना हुआ मुश्किल
वक़्त कुछ धीरे चलने लगा है .
दीपअमित गुप्ता
Waah..... Bahut khub.
ReplyDeleteThanks Viresh Arora ji
ReplyDeleteThanks Viresh Arora ji
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