Monday 9 July 2012

तुम्हारे बिना

ऐसा तो नहीं
दिन नहीं होता या रात नहीं होती
हाँ तुमसे दूर रहकर जीने में
ये बात नहीं होती

ऐसा तो नहीं
बादल नहीं छाते या बरसात नहीं होती
पर सावन की रिमझिम बूंदों में
ये बात नहीं होती

ऐसा तो नहीं
बीते लम्हों की यादें साथ नहीं होती
हाँ दिल की धड़कन में
ये बात नहीं होती

ऐसा तो नहीं
रातों में चाँद तारों की बारात नहीं होती
पर मद्धम मधुर चांदनी में
ये बात नहीं होती  

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