एक राह क्या आई नज़र
मुस्कुराने लगी है ज़िन्दगी.
जो अब तक चुपचाप थी
अब गाने लगी है ज़िन्दगी.
जाने क्या हुआ जो झूमकर
गुनगुनाने लगी है ज़िन्दगी.
कहने को बस इतना है
की रास आने लगी है ज़िन्दगी
जो दूर थी अब तक
पास आने लगी है ज़िन्दगी.
मुस्कुराने लगी है ज़िन्दगी.
जो अब तक चुपचाप थी
अब गाने लगी है ज़िन्दगी.
जाने क्या हुआ जो झूमकर
गुनगुनाने लगी है ज़िन्दगी.
कहने को बस इतना है
की रास आने लगी है ज़िन्दगी
जो दूर थी अब तक
पास आने लगी है ज़िन्दगी.
वहा क्या बात है खूब
ReplyDeleteआज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत अच्छा लगा
आशा करता हूँ की अप मेरे ब्लॉग पर एक बार जरुर आएंगे
दिनेश पारीक
http://dineshpareek19.blogspot.in/