खुलने लगी हैं पंखुड़ियाँ
नन्हीं आँखें खोल,
महकने लगे बनफशा
वसंत की आहट होते ही
लेने लगी अँगड़ाई -
मिट्टी में दबी गुठलियाँ
हिलोरें लेती है बया
वृक्ष की डालियों पर
वसंत की आहट होते ही...
नन्हीं आँखें खोल,
महकने लगे बनफशा
वसंत की आहट होते ही
लेने लगी अँगड़ाई -
मिट्टी में दबी गुठलियाँ
हिलोरें लेती है बया
वृक्ष की डालियों पर
वसंत की आहट होते ही...
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