एक दिन मुझको एक दोस्त मिला
मुझको अपना सा जान पड़ा
मैंने समझा फूल है
चुनकर आँचल में छुपा लिया
समझ हवा का झोंका उसको
खुशबू सा मन में समा लिया
धीरे धीरे उसने फिर
घर आँखों में बना लिया
ख्वाब बनाकर पलकों पर
मैंने उसको सजा लिया
फिर एक दिन अपना मान उसे
दिल में अपने बसा लिया
मुझको अपना सा जान पड़ा
मैंने समझा फूल है
चुनकर आँचल में छुपा लिया
समझ हवा का झोंका उसको
खुशबू सा मन में समा लिया
धीरे धीरे उसने फिर
घर आँखों में बना लिया
ख्वाब बनाकर पलकों पर
मैंने उसको सजा लिया
फिर एक दिन अपना मान उसे
दिल में अपने बसा लिया
It is the real friendship....
ReplyDeletevery nice line
ReplyDeleteबहुत अच्छी अभिव्यक्ति
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