मन के कोरे काग़ज़ पर
चित्र उकेरे तो हैं
कालिमा को दूर कर
रंग बिखेरे तो हैं
रंगों के इस मेघ में
बनी तो है तस्वीर कोई
लगता है शायद
जागी है तकदीर सोई
चित्र उकेरे तो हैं
कालिमा को दूर कर
रंग बिखेरे तो हैं
रंगों के इस मेघ में
बनी तो है तस्वीर कोई
लगता है शायद
जागी है तकदीर सोई
Waah ..... Bahut Khub.
ReplyDeleteप्रयास सुन्दर है
ReplyDeleteThanks Ashu ji....
DeleteThanks Ashu ji....
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